Acidity Medicine – एसिडिटी की दवा, लेने से हो सकती है इस तरह के साइड इफेक्ट्स

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Acidity Medicine Side Effect – आज के बिगड़े लाइफस्टाइल में एसिडिटी बहुत ही आम बात हो गई है। वहीं बहुत से ऐसे लोग हैं जो अपनी एसिडिटी की प्रॉब्लम के सॉल्यूशन के लिए पूरी तरह से मेडिसिन पर डिपेंड हो गए हैं। उन्हें लगता है कि बस एक टेबलेट लिया और बस 24 घंटे के लिए मिल गई एसिडिटी से राहत। लेकिन शायद उन्हें ये नहीं मालूम कि ये एसिडिटी की दवाईयां उनके शरीर के दूसरे अंगों पर क्या प्रभाव डाल रही है। इसका उनकी बॉडी पर क्या साइड इफेक्ट्स हो रहा है। दरअसल, दूसरी कई एलोपैथिक दवाओं की ही तरह एसिडिटी की दवा का भी हम पर खराब असर होता है।

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Acidity Medicineकिडनी खराब होने का खतरा

पिछले कई सालों में इसे लेकर कई रिसर्च किए गए हैं। इन्हीं में से कई रिसर्च के रिपोर्ट की मानें तो एसिडिटी के दवा में जिस ड्रग का यूज होता है, वह बहुत ही हानिकारक होती है। इस ड्रग का नाम प्रोटॉन पंप इन्हीबिटरस है। इससे आपकी किडनी तक खराब हो सकती है।

एक रिसर्च के मुताबिक साल 2001 से लेकर 2008 तक 70,000 मरीज़ो में से लगभग 27 प्रतिशत लोगों को किडनी से रिलेटेड प्रॉब्लम सिर्फ प्रोटॉन पंप इन्हीबिटरस के इस्तेमाल से हुई थी। ये दवा इंसान में किडनी की बीमारी को बढ़ावा देने में 10 प्रतिशत ततक सफल पाया गया है।

Acidity Medicine से डिमेंशिया का भी है खतरा

अमेरिकन एकेडमी ऑफ न्यूरोलॉजी के मेडिकल जर्नल न्यूरोलॉजी में ऑनलाइन छपी एक स्टडी से ये मालूम पड़ता है कि एसिडिटी की प्रॉब्लम की वजह से इस्तेमाल की जाने वाली Acidity Medicine ‘प्रोटॉन पंप इनहिबिटर’ जिसे  पी-पीआई भी कहा जाता है, उससे लोगों में डिमेंशिया का भी खतरा बढ़ जाता है। दरअसल, डिमेंशिया एक ऐसी बिमारी है, जिससे पीड़ित शख्स को चीजों को लेकर भ्रम होने लगता है। इसमें छोटी-छोटी बातों को भूलना, कुछ भी बुदबुदाने लगना जैसे लक्षण दिखाई देने लगते हैं।

वहीं डिमेंशिया की परेशानी उन लोगों में ज्यादा देखी गई हैं, जिन्होंने एसिडिटी की दवा का सेवन चार साल से ज्यादा लगातार किया हो।

दोस्तों, एसिडिटी एक ऐसी बिमारी है, जो मसालेदार और तला-भुना खाने, एक जगह पर लगातार बैठने या फिर एक्सरसाइज की कमी से होती है। अगर आप भी एसिडिटी की प्रॉब्लम से परेशान हैं, तो घरेलू इलाज जरूर ट्राई करें।

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