Stress Tips for Child – बच्चो को मेंटल स्ट्रेस क्यूँ होता है और उसको कैसे दूर करें

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Stress Tips for Child – ऐसा नहीं है कि मेंटल स्ट्रेस सिर्फ बड़ो को ही होता है, कई बार बच्चे भी इसका शिकार हो जाते हैं। बच्चों के आसपास भी कई ऐसी चीजें होती हैं, जिसका असर उनके मेंटल हेल्थ पर पड़ता है। ऐसे में बच्चे हंसने- खेलने की उम्र में थोड़े अलग से दिखने लगते हैं। ऐसे में हर मां-बाप को इससे जुड़ी बातों के बारे में पता होना चाहिए। पेरेंट्स को ये मालूम होना चाहिए कि बच्चा किसी वजह  से अपसेट है या फिर उसके बिहेवियर में चेंजेस क्यों आ रहे हैं। अगर बच्चा मेंटल स्ट्रेस का शिकार हो रहा है तो उसे कैसे पहचाने और सबसे जरूरी कि उसका इलाज कैसे करें।

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Stress Tips for Child | बच्चों को आखिर तनाव होता क्यों है?

हर बच्चे का दिमाग अलग- अलग होता है, उनके सोचने- समझने का तरीका भी अलग- अलग होता है। ऐसे में बच्चों में होने वाले मेंटल स्ट्रेस की वजह भी अलग- अलग हो सकती है। लेकिन इनमें से जो बाते सबसे कॉमन होती हैं वो है- बच्चे का पढ़ाई में पीछे रहना, बच्चे का मजाक उड़ाया जाना, दोस्तों से दूर होना, बच्चे का हमेशा डांट खाना, नींद पूरी ना होना वगैरह- वगैरह।

बच्चों में मानसिक तनाव के लक्षण

जिस तरह से बच्चों के मानसिक तनाव में होने की वजहें बहुत सारी होती हैं, वैसे ही बच्चों के इससे जुड़े लक्षण भी कई सारे हो सकते हैं। कई बार देखा गया है कि कोई हंसता- खेलता बच्चा अचानक से शांत हो जाता है। कई बार बच्चा बिना किसी वजह के डरा- डरा सा फील करता है, नींद ना आना, हमेशा या तो पेरेंट्स से चिपके रहना या फिर बहुत दूर, अचानक नींद में उठ जाना, हाथ चलाना जैसी बहुत सी चीजें हैं जिसे लेकर पेरेंट्स को अपने बच्चों के बिहेवियर पर ध्यान देना चाहिए।

लेकिन अब यहां सबसे जरूरी ये जानना है कि अगर बच्चे का मेंटली डिस्टर्ब होने के लक्षण दिख रहे हैं, तो क्या करना चाहिए।

  • बच्चे से दोस्ती करें

एक दोस्त ही होता है जिससे हम अपने दिल की सारी बातें शेयर कर पाते हैं। ऐेसे में आपको भी अपने बच्चे का दोस्त बनना होगा, तभी आपका बच्चा भी आपके साथ अपने सारे प्रॉब्लम शेयर करेगा। इसलिए जितना हो सके अपने बच्चे के साथ घुले- मिले और उससे प्यार से बात करें।

  • डाइट प्लान फॉलो करें

कई बार बच्चे प्रॉपर डाइट ना लेने की वजह से भी चिड़चिड़े हो जाते हैं। वैसे भी खाने को लेकर बच्चों के कई नखरे होते हैं। इसलिए जितनी हो सके, उन्हें संतुलित आहार जरूर दें।

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