Mughal History – जोधा-अकबर की कहानी आपने भी फिल्मों और टीवी सीरियल्स में देखी होगी। किताबों में भी आपने इनके चर्चे सुने ही होंगे। बहुत कम लोग ये जानते हैं कि जोधाबाई को ‘मरियम-उज़-जमानी’ के नाम से भी जाना जाता था। वहीं जोधाबाई को ये नाम क्यों दिया गया, शायद इस सवाल का जवाब भी कईयों को नहीं मालूम है। आपको बता दें कि आईएएस-आईपीएस की परीक्षा में कई बार इस सवाल का जवाब पूछा जाता है, जिसका जवाब देना लोगों के लिए मुश्किल होता है। तो आइए जानते हैं इस सवाल का जवाब।
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Mughal History | कौन थीं जोधाबाई
जोधाबाई का नाम हीर कुंवारी था। जो कि आमेर जिसे फिलहाल जयपुर के नाम से जाना जाता है, वहां की राजकुमारी और राजा भारमल की बेटी थी। साल 1562 में हीर कुंवारी का विवाह बादशाह जलालुद्दीन मुहम्मद अकबर से हुआ। जोधाबाई मुगल सम्राट अकबर की सबसे पसंदीदा पत्नी थी।
जोधाबाई को क्यों कहा गया ‘मरियम-उज़-ज़मानी’
कहा जाता है कि मरियम-उज़-ज़मानी वह महिला थी, जो सम्राटों को बच्चे देती थी और जोधा बेगम अकबर को दी गई पहली संतान थी। लंबे इंतजार के बाद जोधा ने अकबर के पहले बच्चे यानी सलीम को जन्म दिया। इसके बाद उन्हें मरियम-उज़-ज़मानी की उपाधि दी गई।
‘मरियम-उज़-ज़मानी’ का मकबरा
मरियम-उज़-ज़मानी का मकबरा मुगल काल की सबसे महत्वपूर्ण इमारतों में से एक है। वर्तमान समय में मरियम-उज़-ज़मानी का मकबरा आगरा के सिकंदरा में स्थित है। ‘मरियम-उज़-ज़मानी’ का मकबरा परंपरागत रूप से राजकुमार सलीम ने अपनी मां यानि मरियम-उज़-ज़मानी जोधा बेगम के नाम से बनवाया था। जहांगीर ने सत्ता संभालने के बाद मरियम-उज़-ज़मानी के मकबरे का निर्माण करवाया था। इस मकबरे को बनने में पूर 4 साल लगे थे और ये साल 1627 में बनकर पूरा तैयार हो गया था। बता दें कि आगरा के सिकंदरा में ही मुगल बादशाह अकबर का भी मकबरा है।
Mughal History में ऐसे हुआ था जोधाबाई का निधन
जोधाबाई अपने बेटे सलीम के अत्याचारों से काफी परेशान थीं। जब ,सलीम ने अपने पिता अकबर से बगावत की, तो उसी सदमे से जोधाबाई की मौत हो गई। 19 मई साल 1623 में दिल का दौरा पड़ने से जोधाबाई की मौत हुई थी।